छठ बीतते ही अवैध कोयला सिंडिकेट सक्रिय, विभिन्न इलाकों से कोयला निकालने की तैयारी
आसनसोल : आस्था का 4 दिवसीय महापर्व छठ के समाप्त होते ही अवैध कोयला कारोबार के सिंडिकेट ने अपनी चहल कदमी बढ़ा दी है। इस सिंडिकेट के सदस्य अब शिल्पांचल में कोयला के अवैध खनन के लिए पूरी तरह से सक्रिय हो गये हैं। जानकर सूत्रों की माने तो बीते दिनों कोयला तस्करों के एक बड़े ग्रुप ने दुर्गापुर के होटल में बैठक की। जहां कोयलांचल से किस प्रकार से कोयला निकाला जायेगा, इसकी रणनीति पर विचार करते हुए उसे अंतिम रूप देने पर मुहर लगी है। बता दें कि इस बार कोयला तस्करों ने कुल्टी, सालानपुर, आसनसोल नॉर्थ, जामुड़िया, रानीगंज एवं पांडवेश्वर जोन के रूप में विभक्त कर कोयला का अवैध खनन करने की तैयारी की है। इसके लिए इन इलाकों के लिए अलग-अलग लोगों को जिम्मेदारी सौंप दी गयी है। इस कार्य के लिए पहले ईसीएल की बंद कोयला खदानों के अलावा अब कुआं नुमा खदान खोद कर भी कोयला निकालने की तैयारी है। वहीं जानकर बताते है कि कुछ-कुछ जोन में कोयला तस्करों में अभी भी विवाद कायम है। उसमें सबसे ऊपर
है, कुल्टी। जहां की जिम्मेदारी टीके को दी गयी है, पर कुल्टी के कुछ पुराने कोयला तस्कर इसे मानने को तैयार नहीं हैं। पुराने कोयला तस्करों का कहना है कि वे टीके को नहीं मानेंगे। मामला अब यहीं पर आकर फंस गया है। बता दें कि टीके ने बालू के अवैध कोरोबार से निकल कर अवैध रूप से कोयला की ढुलाई करने के लिए बनाये गये सिंडिकेट द्वारा तैयार पैड की जिम्मेदारी संभालना प्रारंभ कर दिया है। टीके ने इसके लिए पैड भी छपवा लिया है। उल्लेखनीय है कि इस पैड पर कोई भी ट्रक ड्राइवर आसनसोल से कांकसा एवं आसनसोल से धनबाद तक अवैध कोयला को लेकर जा सकता है। टीके के शागिर्दों को दावा
है कि इस पैड के रहने से कोई भी अधिकारी उस ट्रक को नहीं पकड़ेगा। बताया जाता है कि इस बीच कुल्टी क्षेत्र से अवैध कोयला लदे कुछ ट्रक निकाले गये है। हालांकि पुलिस का कहना है कि इलाके में कहीं भी कोयला का अवैध उत्खनन नहीं हो रहा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अवैध कोयला कारोबार चलने नहीं दिया जायेगा। हालांकि आम लोगों का कहना है कि अब देखना है कि पुलिस अवैध कोयला खनन को रोक पाती है फिर नहीं? इसे लेकर कही न कही खूनी खेल की संभावना जताई जा रही है। कुल्टी एवं जामुड़िया में जिस प्रकार मामले बिगड़ रहा है, उसे देखते हुए कोयला तस्करों का एक धड़ा काफी चिंतित है। उनका कहना है कि अगर स्थिति नियंत्रित नहीं की गयी तो फिर मामला गड़बड़ा सकता है। इसमें सबसे बड़ा मामला टीके को लेकर अटक रहा है। टीके की इंट्री से कुल्टी में कोयला के अवैध कारोबार करने वालों में विवाद बढ़ रहा है। कोयला के अवैध कारोबार करने वालों का मानना है कि अगर समय रहते इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो फिर यह विवाद बड़ा हो सकता है।