पूर्व तृणमूल विधायक सोहराब,ठेकेदार इम्तियाज, बिल्डर महेन्द्र के घर और कार्यालय पर केंद्रीय आयकर विभाग की छापेमारी

पूर्व तृणमूल विधायक सोहराब,ठेकेदार इम्तियाज, बिल्डर महेन्द्र के घर और कार्यालय पर केंद्रीय आयकर विभाग की छापेमारी
पूर्व तृणमूल विधायक सोहराब,ठेकेदार इम्तियाज, बिल्डर महेन्द्र के घर और कार्यालय पर केंद्रीय आयकर विभाग की छापेमारी

आसनसोल : केंद्रीय आयकर विभाग की टीम ने रानीगंज में पूर्व तृणमूल विधायक सोहराब अली और लोहा और होटल व्यवसायी तथा ठेकेदार इम्तियाज अहमद के साथ बिल्डर और बालू कारोबारी महेन्द्र शर्मा के घर और कार्यालय तथा उनके करीबियों के यहां  पर छापेमारी की. पूरे राज्य में कुल 35 जगहों पर आयकर की टीम ने छापेमारी की। आज सुबह 5:20 बजे केंद्रीय एजेंसी ने आसनसोल और कोलकाता में उनके घरों और दफ्तरों पर एक साथ छापेमारी की. रानीगंज के पूर्व तृणमूल विधायक सोहराब अली बर्नपुर इलाके के रहमतनगर में रहते हैं. बुधवार सुबह 5.20 बजे केंद्रीय जांच एजेंसी केंद्रीय बलों के साथ उनके घर पहुंची. जांच और तलाशी अभियान शुरू हुआ. इसके कुछ ही देर बाद पता चला कि केंद्रीय जांच एजेंसी बार्नपुर के धरमपुर में रहने वाले इम्तियाज अहमद के घर और दफ्तर पहुंच गई है. यह भी पता चला है कि केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम ने कोलकाता के पार्क स्ट्रीट और तपसिया में दोनों तृणमूल नेताओं के घरों पर छापेमारी शुरू कर दी है. इसके अलावा केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम इस दिन आसनसोल के एक और बड़े कारोबारी महेंद्र शर्मा के घर और दफ्तर और इम्तियाज के करीबी के घर भी जांच के लिए पहुंची. पूर्व विधायक सोहराब अली की पत्नी नरगिस बानो वर्तमान में वार्ड नंबर 82 की पार्षद हैं। इसके अलावा दोनों प्रभावशाली के विभिन्न व्यवसाय जो आसनसोल से कोलकाता तक फैले हुए हैं। आरोप है कि व्यापारियों ने पिछले कई वर्षों से टैक्स का भुगतान नहीं किया है।  सभी के परिसरों के बाहर बड़ी संख्या में केंद्रीय बल के जवान तैनात हैं। आसनसोल रेलवे स्टेशन में एक रेस्टोरेंट के उद्घाटन में पहुंची आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है. विधायक ने कहा कि आज पश्चिम बंगाल पूरे देश में भ्रष्टाचार की राजधानी बन चुकी है. इस वजह से रोजाना किसी न किसी जगह पर केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा रेड तो किया जाएगा ही. उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां स्वशासित एजेंसियां हैं और वह अपने नियमों के अनुसार काम करती हैं. इसमें भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. उनका साफ कहना था कि जिसने भी भ्रष्टाचार किया होगा, उसको उसकी सजा भुगतनी होगी. क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है ना खाऊंगा ना खाने दूंगा. भ्रष्टाचार के लिए भाजपा की नीति जीरो टॉलरेंस की है.