ईसीएल का कोयला अवैध कोयला डिपो में, उठ रहे सवाल

ईसीएल का कोयला अवैध कोयला डिपो में, उठ रहे सवाल

रानीगंज : ईसीएल के कुनुस्टोडिया एरिया और सतग्राम एरिया की विभिन्न कोलियरियों से उच्च गुणवत्ता वाला कोयला निकाला जाता है। जिसे ईसीएल के निर्देशानुसार तय जगह पर पहुंचाने का दायित्व ईसीएल में चलने वाले वाहन (डंपर) पर रहता है। लेकिन सवाल उठ रहे है क्या सच मे यह कोयला उचित व तय जगह पर पहुंचता है, या फिर अवैध कोयला डिपो में इन वैध कोयले की खपत हो रही है। सूत्र बताते है कि कुनुस्टोडिया एरिया और सतग्राम एरिया की विभिन्न कोलियरियों से दिन में डंपर से निकालने वाला कोयला जामुड़िया अंचल के अवैध कोयला डिपो तक पहुंच रहा है। हालांकि इस संबंध में कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं। लेकिन सूत्र बताते है कि वैध कोयला अमृत नगर और काली दास पुर कोलियरियों से निकल जरूर रहा है, लेकिन वो दिन में अवैध डिपो में जा रहा है, वो भी व्यापक बड़े पैमाने पर? सूत्र बताते है कि कथित रूप से इस बारे में पुलिस को जानकारी नही है।जब कि इसकी पूरी जानकारी सीआइएस को रहने के बावजूद कोई बड़ा कदम नहीं उठाई जा रही है। आरोप है कि कहीं न कहीं बहुत बड़े पैमाने पर यह खेल चल रहा है।

कैसे हो रही है ये खेल
रनीसहर मोड़ और निमचा करनाली से होती है यह खेल एक नम्बर का दो डंपर ईएसीएल का वैध कोयले अवैध डिपो में भेजी जाती है डस्ट और पंथर ईसीएल सेंट्रल डीपू में।जीपीएस का क्या है माजरा एक ही नम्बर का दो डंपर है इन लोगे के पास जीपीएस को डस्ट और पंथर वाले डंपर में लगाई जाती है ईस कार्य में लिप्त डाक नाम छोटू और गोलू बतया जाता है