विधान के साथ मंत्री मलय का विवाद अविलंब समाप्त करने की आवश्यकता : मजूमदार

विधान के साथ मंत्री मलय का विवाद अविलंब समाप्त करने की आवश्यकता : मजूमदार

आसनसोल : भारतीय जनता युवा मोर्चा की तरफ से आसनसोल नगर निगम घेराव तथा ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम किया गया. गिरजा मोड़ से रैली भारतीय जनता युवा मोर्चा तथा भारतीय जनता पार्टी के नेता, प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार की अगुवाई में निगम पहुंचे. विरोध सभा का आयोजन किया गया. डॉ सुकांत मजूमदार के अलावा विधायक अग्निमित्र पाल, डॉ अजय पोद्दार, जिला भाजपा अध्यक्ष बप्पा चटर्जी, पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी सहित शिल्पांचल भाजपा तथा  युवा मोर्चा के नेता-कार्यकर्ता उपस्थित थे. डॉक्टर सुकांत मजूमदार ने कहा के आसनसोल नगर निगम में भी प्रदेश के अन्य निगम की तरह व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है. भाजपा आसनसोल नगर निगम के मयर विधान उपाध्याय तथा मंत्री मलय घटक के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए दोनों को एक साथ बैठने को भी राजी है, ताकि आसनसोल नगर निगम के लोगों का विकास हो. डॉक्टर मजूमदार ने कहा कि इन दोनों को सिर्फ एक जगह ही एक साथ अब बैठाया जा सकता है, वह है सलाखों के पीछे. वह दिन दूर नहीं, जब तृणमूल का हर भ्रष्टाचारी नेता जेल के अंदर होगा. डॉ मजूमदार ने आरोप लगाया कि राज्य की मुख्यमंत्री ममत बनर्जी विकास को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन जैसा कि जितेंद्र तिवारी ने कहा कि बीते ढाई वर्षो में राज्य सरकार की तरफ से आसनसोल न र निगम की एक पैसा भी नहीं दिया गया है अग्निमित्र पाल, जितेंद्र तिवारी ने संबोधित करते हुए वर्तमान मेयर विधान उपाध्याय को परामर्श दिया. उन्होंने कहा कि विधान उपाध्याय के साथ मंत्री मलय घटक का जो विवाद चल रहा है, उसे अविलंब समाप्त करने की आवश्यकता है. नहीं तो निगम का विकास नहीं हो पाएगा. बोर्ड मीटिंग बुलाई गई थी, जिसमें सिर्फ 50 टीएमसी पार्षद उपस्थित थे. बाकी के पार्षद मंत्री के नेतृत्व में कार्निवल को लेकर व्यस्त थे. इस तरह से निगम अंतर्गत रहने वाले लोगों का विकास संभव नहीं है। निगम का मेयर बनने के बाद विधान उपाध्याय ने ऐलान किया कि उनके चैंबर के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे, इससे फायदे की जगह नुकसान हुआ है. जो लोग सलाह देने या वार्तालाप करने मेयर से मिलने आना चाहते थे वह अब नहीं आ रहे हैं, क्योंकि मेयर का चैंबर हमेशा खुला रहने की वजह से कभी भी कोई भी आ सकता है. इसलिए सार्थक सकारात्मक बातें अब मेयर के चेंबर में नहीं हो पा रही हैं. आसनसोल नगर निगम के जो इंजीनियर है, उनके अंदर असुरक्षा की भावना घर कर गई है. क्योंकि तृणमूल का हर नेता अपने हिसाब से इन इंजीनियरों को निर्देश दे रहा है, जिस वजह से उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि वह करें.एक बोरो चेयरमैन ने एक अभियंता को धमकाया था, जब उनको इसकी जानकारी हुई, उन्होंने बोरो चेयरमैन के खिलाफ कार्रवाई की थी. जितेंद्र तिवारी ने कहा कि निगम में पदाधिकारी-अधिकारियों के आने का कोई समय नहीं है. विभिन्न कामों से निगम में आने वाले लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन देखने वाला कोई नहीं है. उन्होंने मेयर विधान उपाध्याय को सलाह दी कि वह अचानक विभिन्न चेंबर में जाएं. निगम में आने वाले लोगों से मिले, उनकी समस्याओं को सुनी तथा अधिकारियों द्वारा काम क्यों नहीं किया जा रहा है, इस बारे में खुद संज्ञान लें. निगम में ढांचागत सुविधाओं को बनाने के लिए 10 साल लगे थे, लेकिन वर्तमान बोर्ड के समय काल में सिर्फ 2 साल में यहां की पूरी व्यवस्था चरमरा गई है.