ट्रक और ट्रेक्टर से नहीं, अब हो रही टेंपो से बालू की तस्करी

ट्रक और ट्रेक्टर से नहीं, अब हो रही टेंपो से बालू की तस्करी

आसनसोल : ट्रक, डम्पर, बैलगाड़ी से कोयला और बालू तस्करी आम बात है, लेकिन प्रशासन इन वाहनों को बेहतर रूप से जानते है और इनके खिलाफ लगातार अभियान चलाते रहते है। लेकिन बालू तस्करों ने अब ऐसा रास्ता अख्तियार किया है, जिसपर शायद ही प्रशासन का ध्यान जाए। ऐसा ही कुछ नजारा इन दिनीं कुल्टी थाना अंतर्गत सांकतोड़िया फाड़ी अंतर्गत भागा बाँध 9 नंबर, रॉकता, बोलडीह और हांथी नाल दामोदर नदी घाट पर देखा जा सकता है। जहां इन दिनों अवैध रूप से बालू तस्करी की जा रही है। सूत्रों की माने तो यह क्षेत्र सबसे बड़ा अड्डा बन गये है। बालू तस्कर बिना किसी अनुमति और बिना किसी रोक के बालू तस्करी के धंधे को अंजाम दे रहे हैं। यहां के बालू माफिया बालू तस्करी के लिये किसी ट्रक या फिर ट्रेक्टर का इस्तेमाल नही कर रहे, बल्कि टेंपो से बालू तस्करी की जा रही है। डिसरगढ़ के इन दामोदर नदी घाटों से अवैध रूप से बालू की तस्करी धड़ल्ले से हो रही है।  सांकतोड़िया फाड़ी ने बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अवैध बालू लदे ट्रेक्टर को पकड़ा था, जो ट्रेक्टर डिसरगढ़ दामोदर नदी घाट से बालू लोड कर तस्करी करने के फिराक मे था। हालांकि चालक भागने मे सफल रहा था। सूत्रों की माने तो सक्रिय बालू तस्कर डिसरगढ़ के इन दामोदर नदी घाटों से बेखौफ बालू की तस्करी अब टेंपो से कर रहे हैं, जिनको ना तो कोई रोकने वाला है और ना ही कोई टोकने वाला। जानकार बताते है कि टेंपो में भले ही ज्यादा बालू लोड न होता हो, लेकिन यह छोटा वाहन होने के कारण छोटी-छोटी गलियों से गुजर जाता है और मुख्य सड़क पर इन्हें जाने की जरूरत ही नही होती। इस कारण से यहां के बालू तस्कर अब बड़े वाहनों की जगह टेंपो का उपयोग बालू तस्करी में कर रहे है।