भाजपा या तृणमूल, या फिर किसी तीसरे को चुनेगी आसनसोल की जनता

भाजपा या तृणमूल, या फिर किसी तीसरे को चुनेगी आसनसोल की जनता

आसनसोल : आसनसोल संसदीय क्षेत्र, जहां हर तरह के लोग रहते है। हर वर्ग, हर जाती और धर्म के लोग रहते है। आसनसोल लोकसभा क्षेत्र में रेल, सेल, कोल इंडिया समेत विभिन्न केंद्रीय संस्था में काम करने वाले लोग रहते है। लेकिन 1957 से 2014 तक इस संसदीय क्षेत्र की समस्याओं को संसद में एक के बाद उठाया गया, लेकिन 2014 के बाद अब तक समस्या जस की तस है, किसी ने भी आसनसोल की समस्या को संसद में नहीं रखा। लेकिन इस बार वायदा बहुत कोई कर रहे है, चाहे वो तृणमूल हो या भाजपा या फिर और कोई। लेकिन इस बार लोकसभा का चुनाव विभिन्न मुद्दों को लेकर दिलचस्प है। क्योंकि वर्षों से पुनर्वासन का मुद्दा अधर में है, सभी केंद्रीय संस्था में स्थायी कर्मियों की संस्थाओ में लगातार गिरावट आ रही है, केंद्रीय यूनियन के लोगों की माने तो बीते 10 सालों में कोई ऐसा सांसद ही नही मिला, जिन्होंने आसनसोल के मुद्दों को संसद में उठाया हो। खेर इस बार कौन , भाजपा या तृणमूल या फिर तीसरा कोई?