कोयला चोरी के दौरान धंसान में दबे 3 की मौत, विधायक ने सात लोगों की मौत की बात कही
रानीगंज : नारायणकुड़ी से कोयला चोरी के दौरान धंसान, कईयों के दबने की आशंका थी. देर रात यहां से तीन शव बरामद किये गये। मौके पर पुलिस समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे। पत्रकारों को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया। घटना को लेकर इलाके में भारी तनाव था। देर रात तक चले अभियान के बाद खदान से तीन शव बरामद किये गये। बताया जाता है कि ओसीपी में कोयला चोरी करने गये ग्रामीणों के दबे होने की आशंका जताई जा रही थी. बाद में यहां से तीन शव बरामद किये. डीसीपी सेंट्रल ने शव बरामदगी की पुष्टि की है। पूर्व सांसद वंशगोपाल चौधरी ने घटना के लिए ईसीएल प्रबंधन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहाराया है। प्रशासन द्वारा तीन लोगों के दबकर मृत्यु होने की पुष्टि की गई है। तीनों के शव निकाल लिए गए हैं। मृतकों में जामुड़िया के दिनेश रुईदास , रानीगंज के सुमीर बाउरी और रानीगंज के सुरजीत सेन हैं। भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल ने 7 लोगों के मौत होने की पुष्टि की है. स्थानीय लोगों के अनुसार बुधवार की सुबह परितक्य खदान में कोयला निकालने के लिए लगभग 40 जन घुसे थे। खदान के अंदर से कोयला निकालने के दौरान 15 से 18 लोगों की दबे होने की आशंका है। भाजपा विधायक मौके पर पहुंची। परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर अग्निमित्रा पाल के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने रानीगंज थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। इससे पूर्व उन्होंने घटना की रात घटनास्थल पर पहुंचने के बाद साहेबगंज मोड पर राष्ट्रीय राजमार्ग 60 को जमकर प्रदर्शन किया। पुलिस एवं ईसीएल प्रशासन हरकत में आई एवं डीजीएमएस एवं एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया। अग्निमित्र पाल ने दावा कियाघटनास्थल से हटाने के बाद सड़क जामकर प्रदर्शन के दौरान अन्य को निकाल कर वहां से हटा दिया गया। इस दौरान विधायक बताया कि पुलिस झूठ बोल रही है। पुलिस द्वारा तीन लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जबकि 7 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने विरोध जताया और मृतकों के परिजनों को मुआवजा की मांग की। उन्होंने मृतकों के लिए 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है।