शिवडांगा ओसीपी माइंस में कोयला चुनने के दौरान वाहन से पत्थर गिरने से किशोर की चली गई जान

शिवडांगा ओसीपी माइंस में कोयला चुनने के दौरान वाहन से पत्थर गिरने से किशोर की चली गई जान

जामुड़िया : रानीगंज के नारायणकुड़ी ओपेन माइंस में हुई कोयला चोरी की घटना में मौत के बाद भी आंख नहीं खुली। अधिकारियों ने चोरी को रोकने के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया, जिसकी वजह से मंगलवार को सातग्राम- श्रीपुर एरिया के शिवडांगा ओसीपी माइंस में कोयला चुनने के दौरान खदान में चल रहे वाहन से पत्थर गिरने से एक किशोर की जान चली गई। सूत्रों के अनुसार आज  ओपेन माइंस  वाली खदान के डंप स्थल पर कोयला इकट्ठा करते समय शिवडांगा डंपर से बड़ी चट्टान के नीचे दब गया। मौके पर श्रीपुर फाड़ी पुलिस और सीआईएसईएफ ने घायल किशोर  को उठाकर आसनसोल जिला अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान आसनसोल नगर निगम के वार्ड संख्या 9 के जोबाग्राम के सुदीप टुडू (12) के रूप में हुई है। सूचना पाकर भाजपा नेता जीतेन्द्र तिवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार इलाके के गरीब परिवारों के बच्चों से कम पैसे में कोयला चुनने का काम करा रहा है। दुर्घटना होने पर कोयला चोरी करने आते रहते हैं। अगर इस लड़के को मुआवजा नहीं दिया गया तो खनन बंद कर दिया जायेगा। मामले को किसी भी तरह से दबाया नहीं जा सकता। यह जवाबदेही ईसीएल है। लोगों ने इस घटना में सीआईएसएफ और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। सीआईएसएफ होने के बावजूद नाबालिग ओपन पिट खदान के डंपिंग ग्राउंड में कैसे चला गया? पुलिस और ईसीएल सुरक्षा गार्ड क्या कर रहे थे? मुआवजे की मांग पर प्रदर्शन चल रहा है।