अगर चुनाव जीत जाते तो कई परियोजनाओं पर करते काम : अहलूवालिया
आसनसोल ः आसनसोल लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह अहलूवालिया ने संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला, लेकिन वो अपनी हार का कारण नहीं बता सके। हालांकि उन्होंने फाल्स वोटिंग की बात कही। लेकिन साथ ही शांतिपूर्ण तरीके से मतदान होने का भी दावा किया। मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष बाप्पा चटर्जी, भाजपा प्रदेश कमेटी नेता कृष्णेंदु मुखर्जी आदि उपस्थित थे। सुरेंद्र सिंह अहलूवालिया ने कहा कि चुनाव की घोषणा जब नहीं हुई थी, तभी मार्च के महीने में उन्होंने भारत के चुनाव आयोग को पत्र भेजकर बर्दवान-दुर्गापुर और आसनसोल लोकसभा केंद्र में तकरीबन 1 लाख फर्जी मतदाता होने के सबूत दिये थे। उन्होंने चुनाव आयोग से ऐसे फर्जी मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने की अपील की थी, लेकिन किसी कारण से ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि अगर वे सांसद चुने जाते तो इस केंद्र में बंद पड़े कारखानों को खुलवाते, पानी की समस्या दूर करते, धसान प्रभावित इलाकों में परियोजना शुरू करते। उनका दावा है कि इसका उन्होंने ब्लूप्रिंट भी तैयार कर लिया था और उन्हें यहां जनता की सेवा करने का मौका मिलता तो वह इन सारी परियोजनाओं को अमली जामा जरूर पहनाते। अहलुवालिया ने कहा कि उनको आशा है कि तृणमूल उम्मीदवार जीते हैं, वह इन परियोजनाओं पर काम करेंगे। उन्होंने संतुष्टि व्यक्त की कि बंगाल के कई जगहों पर हिंसा हुई, लेकिन आसनसोल में ऐसा नहीं हुआ।
भाजपा का आसनसोल में संगठन ही नहीं : दासू
तृणमूल प्रदेश सचिव वि शिवदासन दासू ने कहा कि आसनसोल में भाजपा का कोई संगठन नहीं है। एक लाख फर्जी वोटरों की बात कर रहे है तो यह सारी बातें चुनाव अधिकारी द्वारा बार-बार सर्वदलीय बैठक की तो क्यों नहीं सामने रखी। उन्होंने कहा कि हार हो गयी है और उनके संगठन में ही अलग-अलग तरह की बातें सामने आ रही है, ऐसे में वे कुछ कहें, ठीक नहीं। भाजपा के सभी आरोप गलत है और राज्य की जनता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अपना विश्वास जताया है, यही सच है।