प्रशासन बेखबर, धड़ल्ले से चल रहा बालू का अवैध कारोबार

प्रशासन बेखबर, धड़ल्ले से चल रहा बालू का अवैध कारोबार

आसनसोल : डामरा स्थित दामोदर नदी के किनारे दो बालू के घाट, जो पूरी तरह से अवैध है और इन दिनों धड़ल्ले से वहां बालू का अवैध कारोबार चल रहा है। संभवतः प्रशासत बेखबर है, लेकिन यह कहना भी गलत नहीं होगा कि अगर प्रशासन बेखबर है तो इतने बड़े पैमाने पर यहां अवैध बालू का कारोबार करने वाले लोग कैसे अपने कार्य को बखूबी अंजाम दे रहे है। बताया जाता है कि डामरा स्थित दामोदर नदी के किनारे अवैध घाट चलते हैआसनसोल नगर निगम में किसी एक इलाके में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत हैं। धंधा ही खुब धड़ल्ले से चल रहा है। न कोई रोकटोट और न हीं कोई धड़-पकड़। यह मध्य रात में बालू निकासी करते है और फिर तय जगह पर बालू को भेज दिया जाता है। सभंवतः प्रशासन को इसकी भनक नहीं है। अगर इसकी जांच की जाए तो वो बूरी तरफ फंस जायेगा। राष्ट्रय संपत्ति की लूट कर रहे यह लोग प्रशासन की तेज नजर से अब तक कैसे बचे है, यह समझ पाना मुश्‍किल है। बताया जाता है कि रोजाना मध्य रात्रि में उषाग्राम और दुर्गा मंदिर टीपी रोड से बालू की निकासी विभिन्न वाहनों से की जाती है और तय जगह पर बालू को पहुंचा दिया जाता है। जानकार बताते है कि किसी भी जगह सरकार या प्राइवेट नौकरी में रोजाना 8 से 10 घंटा रोजगार करने के बाद भी इतने रुपए नहीं मिलते, जो अवैध बालू और कोयला के कारोबार में है। ऐसे में पप्पू जैसे लोग है, जो एक-एक दिन में हजारों रुपए ऐसे ही अवैध काम के जरिए कमा लेते है, जो 1 नंबर के काम से नहीं कमाए जा सकते। अब प्रशासन को इसकी खबर है या नहीं? यह तो कह पाना मुश्‍किल है। लेकिन इतना जरूर है कि सरकार संपत्ति की लूट कर ऐसे लोग सरकार को तो चुना लगा ही रहे है, वहीं नदी किनारे रहने वाले लोगों की जान भी खतरे में डाल रहे है। क्योंकि नदी से बालू निकासी के बाद वहां गहरायी हो जायेगी, जिन्हें नहीं पता वो नदी की गहरायी में समा जायेंगे। लेकिन इन्हें इससे क्या? इन्हें तो बस अपनी दो नंबर की अवैध कमायी से मतलब है।