चुनाव से पहले जब्त होने लगे लाखों, ट्रैन से 50 लाख तो कार से 10 लाख

आसनसोल : देशभर में एक तरफ लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रशासन सक्रिय है तो दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट ने बैंक को निर्देश दे दिया है कि किसी भी तरह की राजनीतिक पार्टी को चंदे के रूप में राशि का पूरा हिसाब दिया जाए। वहीं विभिन्न चुनाव में भारी धन राशि का इधर उधर उपयोग होता है। अगर यह कहा जाए कि वोटरों को लुभाने और कर्मियों कर बीच बांटने के लिए रुपये कहाँ-कहाँ से लिये जाते है तो यह गलत नहीं होगा। कहीं उधोगपति तो कहीं माफियाओं द्वारा इन राशियों को राजनीतिक पार्टी को डोनेशन स्वरूप दी जाती है। लेकिन इस बार प्रशासन कुछ ज्यादा सख्त और चुस्त दिख रहा है। क्योंकि सियालदह-गंगासागर एक्सप्रेस में सफर कर रहे 21 वर्षीय युवक के पास से आरपीएफ ने 50 लाख रुपये नगदी बरामद की, वहीं मैथन पुलिस ने एक कार से 10 लाख रुपये बरामद किए। याबी सवाल उठता है कि लोकसभा चुनाव की तिथि की घोषणा नहीं हुई है, उससे पहले इतनी बड़ी राशि का जब्त होना कहीं न कहीं सवाल खड़ा हो रहा है। सवाल यह है कि आखिर यह राशि किसके पास किसके द्वारा दी जानी थी। इसके पीछे कौन कौन है। यह सब जांच का विषय है। लेकिन सवाल फिर उठता है कि चुनाव से पहले यह हाल है तो चुनाव सामने आएगा तो कहां कहां से धन राशि जब्त होगी।