बालू-कोयला तस्करी में राजनीति रंग देखे बिना करें कार्रवाई :मुख्यमंत्री

आसनसोल/आसनसोल : शिल्पांचल में कोयला चोरी के बाद अब बालू चोरी का मामला नया नहीं है। जिसे लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी गुरुवार की शाम नवान्न में हुई बैठक के दौरान इसका जिक्र कर दिया। केंद्रीय बलों और नीचे स्तर की पुलिस को भी बालू-कोयला तस्करी के आरोपों से जोड़ा| मालूम हो कि राज्य में कोयला और बालू तस्करी के आरोप नये नहीं हैं। पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल, रानीगंज, जामुड़िया, सालानपुर, कुल्टी इलाकों में अवैध कोयला खनन और तस्करी के आरोप गाहे-बगाहे लगते रहते हैं। बालू चोरी के मामले में भी ऐसे ही आरोप लगे थे। शिल्पांचल के दामोदर और अजय नदी के दोनों किनारों पर बकायदा मशीन लगाकर बालू चोरी हो रहा है। बालू तस्कर बेरोकटोक अपने काम को अंजाम दे रहे है। जिसका विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है। राज्य के कई जिलों में नदियों से अवैध बालू चोरी के आरोप लगे हैं। कोयला और बालू तस्करी को लेकर विपक्ष ने जमीनी स्तर पर लगातार सत्ता पक्ष पर हमला बोला है। जिसे मुख्यमंत्री कतई बर्दाश्त नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा कि राजनीति रंग देखे बिना कार्रवाई करें। वहीं मुख्यमंत्री के साथ राज्य के पुलिस मंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्रीय बल और पुलिस का निचला स्तर पैसे के बदले इस अवैध कारोबार में मदद कर रहा है। बालू चोरी को लेकर जहां एक तरफ मुख्यमंत्री सख्त रवैया अपनाए हुए है, वहीं दूसरी तरफ शिल्पांचल में बालू चोरी का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। इसके लिए न कोई नियम और न किसी सरकारी गाइडलाइन की जरूरत है। किसी भी तरह बालू ट्रकों पर लोड होना चाहिए, भले ही कोई नियम टूटे या फिर और कुछ? हालांकि मुख्यमंत्री द्वारा गुरुवार की संध्या हुई बैठक तथा बैठक में दिए गए सख्त निर्देश के बाद कुछ होगा या नहीं, यह देखने वाली बात होगी?