मुख्यमंत्री हुई सख्त, होने लगी कार्रवाई, कोई गिरफ्तार तो कोई निलंबित

मुख्यमंत्री हुई सख्त, होने लगी कार्रवाई, कोई गिरफ्तार तो कोई निलंबित

आसनसोल : प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार की संध्या बैठक की और खुली चेतावनी प्रशासनिक अधिकारियों को दी। जहां उन्होंने साफ कहा कि अवैध कारोबार को पूरी तरह से बंद कराए और बिना राजनीतिक रंग देखे कार्रवाई करें। जिसके बाद आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्‍नरेट पर इसका खासा असर देखने को मिला है। एक तरफ जहां दुर्गापुर में तृणमूल नेता के साथ पूर्व पार्षद की गिरफ्तार हुई है, वहीं दूसरी तरफ बाराबनी के थानेदार मनोरंजन मंडल को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस कमिश्‍नरेट की इस कार्रवाई के बाद राजनीतिक महकमे समेत पुलिस महकमे तथा अवैध कारोबारियों में हलचल मच गयी है। दुर्गापुर के 38 नंबर वार्ड के पूर्व पार्षद अरविंद नंदी उर्फ बुकुन के साथ पूर्व पार्षद प्रियंका पांजा के पति रिंटू पांजा को पुलिस ने अवैध लोहा कारोबार करने के आरोप में गिरफ्तार किया और दुर्गापुर सब डिविजनल कोर्ट में पेश किया। मुख्यमंत्री ने बीती संध्या बैठक में साफ कहा था कि कोयला और बालू तस्करी से राज्य सरकार काफी चिंतित है, सरकार को नुकसान उठाना पड़ रहा है, सरकार बदनाम हो रही है। जिसके बाद हुई कार्रवाई से बालू, लोहा और कोयला माफियाओं में हलचल मच गयी है। वहीं दूसरी तरफ बाराबनी थाना प्रभारी रहे मनोरंजन मंडल को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें बाराबनी से अंडाल थाना का प्रभारी बनाया गया था, लेकिन पदभार ग्रहण करने के पहले ही उन्हें निलंबित कर दिया गया है। माना जा रहा है कि तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष का जन्मदिन थाने में मनाया जाना  इस निलंबन का मुख्य कारण है। वहीं दूसरी तरफ श्रीपुर फाड़ी प्रभारी रहे मेघनाथ मंडल को अंडाल थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है। मेहराज अंसारी को श्रीपुर फाड़ी का चार्ज दिया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार अवैध कोयला-बालू तस्करी को रोकने के लिए विशेष अभियान पुलिस कमिश्‍नरेट की ओर से चलाया जाएगा। नए अधिकारियों की निगरानी में अवैध गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर अग्निमित्रा का पलटवार 

आसनसोल : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी के बाद भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने पलटवार किया है। अग्निमित्रा ने कहा कि 14 साल सरकार चलाने के बाद ममता बनर्जी कहती हैं कि उन्हें कोयला और बालू तस्करी के सिंडिकेट की जानकारी नहीं थी, तो यह हास्यास्पद है। हमने बार-बार इस मुद्दे को उठाया। फिर भी ममता बनर्जी चुप क्यों थीं? क्योंकि वह जानती थी कि तृणमूल नेताओं के नेतृत्व में यह तस्करी हो रही है। अग्निमित्रा ने दावा किया कि दामोदर और अजय नदियों के किनारे मशीनें लगाकर अवैध बालू निकाला जा रहा है। हर ट्रक से पैसा वसूला जा रहा है। अग्निमित्रा ने आरोप लगाया कि कुछ तृणमूल नेताओं के लिए पुलिस ने तस्करों के साथ हाथ मिला लिया है।