सीटू और एटक कार्यालय पर तोड़फोड़, सत्ताधारी पार्टी पर कब्जा करने का आरोप
जामुड़िया : कथित रूप से सत्ताधारी पार्टी तृणमूल पर सीटू और एटक कार्यालय में तोड़फोड़ करने का आरोप लगा है। हालांकि सत्ताधारी समर्थक ऐसे किसी आरोप को बेबुनियाद बता रहे है। यह घटना जामुड़िया थाना क्षेत्र की है। आसनसोल नगर निगम अंतर्गत जामुड़िया स्थित वार्ड संख्या 6 के सातग्राम इलाके में नीमडांगा प्रोजेक्ट के सीटू यूनियन कार्यालय में तोड़फोड़ और कब्जा करने की कोशिश का आरोप सत्ताधारी पार्टी पर लगा है। वहीं माकपा नेता तापस कवि ने कहा कि शनिवार की देर रात तृणमूल आश्रय प्राप्त कई उपद्रवियों ने आकर वामफ्रंट से समर्थित दो यूनियन कार्यालयों का ताला तोड़ दिया और तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा कि इस घटना से साफ है कि इस घटना को अंजाम देने वाले इन दोनों यूनियन कार्यालय पर कब्ज़ा करना चाहते थे। यूनियन कार्यालय की दीवार पर तृणमूल लिखकर ताला लगा दिया गया। तापस कवि ने कहा कि अंडाल के काजोरा में माकपा कार्यालय को शुक्रवार को तृणमूल के जिलाध्यक्ष सह विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने माकपा को सौंप दिया। अगले ही दिन, पास के सातग्राम में दो पार्टी कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई और फिर से कब्जा कर लिया गया।
बॉक्स में
सभी आरोप बेबुनियाद
जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह ने कहा कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं। यह सब काम सत्ता पक्ष या किसी तृणमूल के लोगों का नहीं है। यह कोलियरी क्वार्टर का मामला है, हो सकता है कि यह ईसीएल ने किया हो और इस घटना से तृणमूल का कोई लेना-देना नहीं है। तृणमूल अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने खुद खड़े होकर पार्टी कार्यालय खोला, यानी तृणमूल ऐसी गतिविधियों में विश्वास नहीं करती है।