अवैध कोयला कारोबार के लिए सेफ जोन बन गया रानीगंज और जामुड़िया
अवैध कोयला कारोबार के लिए सेफ जोन बन गया रानीगंज और जामुड़िया
- मीम जिलाध्यक्ष ने की सीएमडी से शिकायत, धर्मेंद्र-कांता समेत कई के नाम
आसनसोल : शिल्पांचल के विभिन्न इलाकों में फिर एक बार धड़ल्ले से अवैध कोयले का काला कारोबार शिर हो चुका है। शिल्पांचल के अंदर कोयलांचल के इलाकों की बात करे तो सबसे पहले रानीगंज और जामुड़िया का नाम आता है। जो इन दिनों कोयले के अवैध कारोबार के लिए सबसे बेहतर और सेफ जोन बन गया है। वहीं दूसरी तरफ कोयला तस्करी का मामला अब राजनीतिक रंग लेने लगा है। भाजपा ने इस पर जमकर हंगामा भी बोला, लेकिन फिर अचानक से भाजपा भी शांत हो गयी। पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी ने बीते दिनों इस अवैध कोयले कारोबार के पीछे के कुछ नामों का उल्लेख करते हुए साफ शब्दों में कहा था कि कोयला चोरी रोकने में यहां का पूरा तंत्र फेल हो चुका है। वहीं अब इस काले खेल को बंद कराने की मांग मीम जिलाध्यक्ष दानिश अज़ीज़ नेकी है। उन्होंने ईसीएल के सीएमडी को शिकायत लिखित रूप से की है। जिसकी कॉपी ईसीएल के सीआईएसएफ कमांडेड, आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की आयुक्त और जिलाशासक को भेजी है। इस शिकायत में उन्होंने, कांता शर्मा, तारकेश्वर राय, शेख सदरुद्दीन, शेख दिलदार, साजिद खान को मुख्य सरगना बताते हुए कोयले के अवैध धंधे का संचालन इनके नेतृत्व में करने की बात कही है। उन्होंने शिकायत में कहा है कि जामुड़िया, रानीगंज, पांडेश्वर और बाराबनी में इन माफियाओं के इशारे पर जमकर कोयले की लूट हो रही है। एक तरफ रानीगंज और जामुड़िया इलाके के कोलियरियों से कोयला चोरी आम बात हो गयी है। वही दूसरी तरफ वैध कोलियरियों की बंद खादानों से भी कोयला निकाला जा रहा है। हालांकि अभी बंद कोलियरियों से कोयला चोरी पूरी तरह शुरू नहीं हुई है। लेकिन खदानों से निकलने वाले असली कोयले की चोरी कर उसे हार्ड कोक में बदलने का सिलसिला लगातार जारी है। इसका भंडाफोड़ ईसीएल की सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ की टीम कर चुकी है। सालानपुर व जामुड़िया के इलाके में बड़ी कार्रवाई भी हो चुकी है। कोलियरियों से चोरी किया गया कोयला साइकिल व बाइक के माध्यम से अवैध डीपो तक पहुचाया जा रहा है। इसके बाद वहां से कोयला को कालाबाजार में भेजा जा रहा है। जामुड़िया व रानीगंज में कोयले के बड़े तस्कर बेहद सरीखे से काले धंधे को आगे बढ़ा रहे हैं। दोनों जगहों पर दो-दो तस्कर इस अवैध काम को खुलकर अंजाम दे रहेहै। हाइवे पर अगर नजर घुमाए तो शायद ही कोई बोल सके कि उसने कोयले लदे साइकिल और बाइक नहीं देखी। सबकी नजरों के सामने से चोरी का कोयला साइकिलों, बाइकाें व ठेलों पर लाद कर ले जाया जा रहा है। लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। खदानों के बाहर चोरी के कोयला पर किसी तरह की शिकायत न होने के कारण पुलिस भी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही। सूत्र बताते है कि कोयलांचल के इन दोनों इलाकों से प्रति ट्रक रेट फिक्स किया गया है। बताया जाता है कि इस काम में रसूखदारों के साथ कई दिग्गज माफिया एयर कुछ राजनीतिक सरंक्षक प्राप्त लोग मिलकर काम कर रहे हैं। साइकिल से कोयला ढोने वालों को दिहाड़ी मजदूरी के रूप पर काम करवाया जा रहा हैं। रानीगंज से हर रात 30 से 40 व जामुड़िया से 20 से 30 ट्रक कोयला चोरी किया जा रहा। जो तस्कर आसानी से खपत करवा रहे है।